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बुधवार, 14 मई 2014

मन-संसार की यादे ...


तुझको सोचा तो खो गई आखें,
दिल का आईना हो गई आखें

ख़त का पढ़ना भी मुश्किल हो गया,
सारा काग़ज़ भिगो गईं आंखें।

रविवार, 16 फ़रवरी 2014

मित्रो समय और समाज बिल्कुल बदल चुका है।
मित्रो समय और समाज बिल्कुल बदल चुका है।